आज World Mental Health Day है। Mental Health इतनी ही जरूरी है जितनी की गाडी में इंजन। हमारी बॉडी का सबसे स्मार्ट पार्ट होता है हमारा दिमाग। तो आज हम बात करेंगे डिप्रेशन क्या है (Depression kya hai ) ? क्यों इस समय हम भारतियों को इसके बारे में जान लेना जरूरी है।
Depression यह एक ऐसी समस्या, बीमारी, दुख है जो किसी को भी हो सकता है। अगर WHO की मानें तो ये बीमारी बहुत ही जल्द पैर पसारेगी और फ़ैल जाएगी।
यहां WHO और दुनिया की सब से ज्यादा उमीदें भारत से ही हैं क्योंकि यहां ‘Depression’ के मामले बढ़ते जा रहे हैं।
ये जो आप आज कल खबरें सुन रहे हैं आत्म हत्या की ये सब इसी की देन है चाहे 34 के शुशांत (sushant singh rajput ) हों या 16 की सिया कक्कर (Siya Kakkar) बहुत सफल हो के भी आप डिप्रेशन का शिकार हो सकते हो।
तो आज हम करेंगे Depression ka kaam tmaam ।
आखिर Depression है क्या (Depression kya hai ) ?
Depression एक मनोविकार (A mental health disorder) है जो काफी सामान्य किंतु गम्भीर होता है। कभी कभी तो व्यक्ति को पता भी नहीं चलता की वो Depression का शिकार है।
W.H.O. (डब्लू.एच.ओ.) के अनुसार हर 6 महिला में 1 और 8 पुरुषों में 1 Depression का शिकार है।
आज कल जैसी हमारी जीवन शैली (lifestyle ) बनी हुयी है कहीं न कहीं ये ही Depression की जड़ है।
हर जगह चीज़ें ऐसी बनाई हुयी है की आदमी ना चाहे तो भी उसे ये बीमारी आ ही जाये। कुछ लोग सम्भल जाते हैं और कुछ उलझ जाते हैं और सब कुछ खो जाते हैं।
Movie jisme depression ko show kiya gaya
Heroine :- जिसमें डिप्रेशन और करियर को बहुत सटीक तरीके से दिखाया गया। Devdas :- कैसे समाज की ऊंच नीच की वजह से Devdas डिप्रेशन का शिकार होता है।
Kabir Singh हमारे Kabir भया को भी यही दुःख था जो स्ट्रेस बन के उन्हें डिप्रेशन में ले जाता है।
Chhichhore कैसे एक बेटा उम्मीद खो देता है और कैसे एक बाप उसकी उमीदें वापस बांधता है।
अगर आप को भी कोई फिल्म पता हो तो हमें जरूर बताएं।
तो अब सवाल ये बनता है की कैसे पता लगाएं की आप डिप्रेशन से जूझ रहे हैं (depression ke lakshan kya hai )
डिप्रेशन के लक्षण (Depression ke lakshan kya hai)
– उदास मन
आप हमेशा उदास रहते हैं, कोई भी ख़ुशी आप को नहीं भाति क्योंकि कुछ तो है जो मन को है सताती। ना “त्यौहार भाता” है ना ज़िंदगी में कोई और “ख़ुशी का पल” आता है।
ज़िंदगी जैसे बोझ हो जाती है कोई भी चीज़ कहाँ ख़ुशी ला पाती है। नार्मल (Normal ) आदमी ख़ुश होता है
भले छोटी चीज़ों पे ना सही पर बड़ी चीज़ों पे, पर अगर आप Depression का शिकार हैं तो आप फर्क करना भूल जाते हो।
– रूचि (interest) खत्म होना
सब चीजों से और सब जगहों से ”रूचि’ खत्म होने लगती है जिसका असर आप की ‘एकाग्रता (Focus )’ पर पड़ता है।
एक काम में ध्यान नहीं जाता क्या करें क्या ना करें ये विचार मन को है भरमाता।
– दोषी (guilty) मानना खुद को
हर काम में बस खुद को ही दोषी मानने लगते हैं। जहां आप का हाथ भी ना हो वहां भी क्षमा मांगने लगते हैं।
लगता है जैसे सब मेरा ही किया है । जाने क्या दिन देखने के लिए प्रभु ने ये जन्म दिया है।
– भूक में बदलाव (changes in diet)
या तो बहुत ज्यादा खाने लगते हो या फिर बिल्कुल कम खाने लगते है। जिसके परिणामस्वरूप आप कमजोर होने लगते हो। शरीर साथ छोड़ देता है।
– नींद में कमी
साधारणतह एक व्यक्ति को “7-8” घंटे की नींद की आवश्यकता है । किंतु, Depression में व्यक्ति अपनी नींद का लाभ नहीं ले पाता, उसकी नींद सुबह बहुत जल्दी खुल जाती है या फिर उसे नींद नहीं आती।
नींद के बाद भी उसे थकावट और आलस्य महसूस होत है। कुछ मरीजों में अत्यधिक नींद भी पाई गई है । पर उसमें भी वह थका हुआ ही उठता है।
व्यक्ति, खुद को तरोताजा महसूस नहीं कर पाता । वह हमेशा थकान और बेचैनी का अनुभव करता है।
– नशा
कुछ लोग नशे में डूब जाते हैं। हर समय बस वो नशे में ही रहना चाहते हैं। उन्हें दुनिया में किसी और से फर्क नहीं पड़ता।
उन्हें बस अपने होश खो कर है शुकुन मिलता है। लगता है जैसे बस ये ही हालत सही है और धीरे धीरे वो इसके आदि हो जाते हैं।
– आत्महत्या की प्रवृत्ति (Suicide tendency )
अंत में आदमी बस मौत को पाना चाहता है उसे लगता है वो कुछ नहीं कर पा रहा है। उस से कुछ नहीं हो सकता।
डिप्रेशन के कारण Depression ke karan
वैसे इसके मुख्यत दो कारण होते हैं
बायोलॉजिकल और सयकोलॉजिकल आप इसे निचे दिए हुए चित्र से समझ सकते हैं
बायोलॉजिकल
सेरोटोनिन:- यह हैप्पी हार्मोन होता है जो आप को अच्छा फील करवाता है। जब इसकी कमी होती है तो आप दुखी से रहने लगते हो और डिप्रेशन का शिकार बन जाते हो।
नोरएपिनेफ्रीन:- यह व्यक्ति के मूड और ध्यान केंद्रित करने की क्षमता में अहम भूमिका निभाता है । इसका निम्न स्तर ध्यान न लगना व ब्लड प्रेशर की कमी का कारण बनता है और आप को डिप्रेशन की ओर ले जाता है।
साइकोलॉजिकल
इसमें बहुत सारे कारण आते हैं। जो आप पिक्चर से समझ सकते हैं।
उम्र (Age Depression ke karan)
वैसे तो डिप्रेशन के लिए कोई उम्र नहीं होती पर ऐसा देखा गया है की बुजुर्गों में इसका खतरा ज्यादा होता है।
बुढ़ापे में अकेलेपन की वजह से तथा जेनरेशन चेंज की वजह से लोग परेशान रहते हैं और ये ही चल के Depression का कारण बनता है।
लिंग (causes of Depression in Hindi)
WHO की रिपोर्ट के अनुसार महिलाओं को डिप्रेशन का खतरा ज्यादा होता है। ऐसा हार्मोनल डिफरेंस की वजह से होता है।
दैनिक जीवन (causes of Depression in Hindi)
कुछ लोगों का जीवन ऐसा होता की आए दिन एक समस्या आ जाती है। ऐसे में लोग इन समस्याओं के बारे में सोच सोच कर Depression का शिकार हैं।
बीमारी /दवाइयां (Bimari Depression ke karan)
जब कोई लम्बे समय तक बीमार रहे या कोई लम्बे समय तक दवाई का सेवन करे तो इसकी वजह से व्यक्ति को डिप्रेशन हो सकता है। कभी कभी बिमारी और दवाई की वजह से बॉडी में हार्मोनल डिस्बैलेंस हो जाता है।
जो आगे चल के Depression का कारण बन सकता है।
किसी की मौत (Death causes of Depression in Hindi)
कभी कभी किसी अपने को खो के भी लोग गम के कारण Depression में पहुँच जाते हैं।
सदमा (Shock ke karan Depression)
कभी कभी लोग किसी सदमे को झेल नहीं पाते और नतीज़न Depression के शिकार बन जाते हैं।
सदमा कोई भी हो सकता है आज कल के युवक मुख्यतः ब्रेक उप और डाइवोर्स की वजह से इसके शिकार हो जाते हैं।
अब समझते हैं की कैसे करें Depression ka kaam tmaam यानी Depression का इलाज और बचाव। इसमें हम सझेंगे Home Remedies for Depression , Depression se bchne ke liye kren ye try
Depression ka kaam tmaam
अब समझते हैं की कैसे करें Depression ka kaam tmaam यानी Depression का इलाज और बचाव। इसमें हम सझेंगे Home Remedies for Depression , Depression se kese bachen और Depression ka treament
Home Remedies for Depression
ग्रीन टी (Green Tea Depression ka Gharelu ilaj )
ग्रीन टी में एंटी-ऑक्सीडेंट और एल-तियमाइन नाम के तत्व पाए जाते हैं जो Depression को खत्म करते हैं।
कद्दू के बीज (pumpkin seeds Home Remedies for Depression )
कद्दू के बीज में एल ट्रिप्टोफैन पाया जाता है जो सिरोटोटिन हार्मोन को बढ़ाता है। सिरोटोटिन हार्मोन मूड को स्टेबल करता है।
साथ ही इन बीजों में वसा और मैग्निशयम भी पाया जाता है जो हैप्पी हार्मोन को रिलीज़ करती है।
शतवारी (Shatavari Depression ka Gharelu ilaj )
शतवारी एक आयुर्वेदिक औषद्यि है जिसे आप आसानी से ले सकते हैं यह ना सिर्फ Depression बल्कि और भी कई बिमारियों के इलाज में काम आता है।
अगर आप को वजन कम है तो भी आप शतवारी का सेवन कर सकते हैं।
शतवारी में फोलिक एसिड और tryptophan पाया जाता है बैलेंस करने में मदद करते हैं।
लाल गुलाब (Lal Gulab Home Remedies for Depression)
लाल गुलाब के रेगुलर सेवन से नशों को शांति मिलती है नतीज़न आप को Depression से छुटकारा मिल जाता है।
इसके लिए 10 से 15 लाल गुलाब के पत्तों को 100 ML पानी में उबाल लें वा उसका सेवन करें।
Depression se kese bachen
डिप्रेशन से बचने के लिए आप को बस अपनी रोज़ की आदतों में कुछ बदलाव लाने पड़ते हैं।
– योगा या exercise करें
– खुद को समय दें
– ब्रेक लें
– घूमने निकल जायें
– कुछ ऐसा करें जिसमें मन लगे संगीत सीखें , नृत्या सीखें , swimming सीखें।
– किसी चीज़ के लिए ज्यादा ना सोचें
– शरीर की मालिश करें
– खाने पीने का विशेष ध्यान रखें
– पानी का नियमित सेवन करते रहें
– अपनी डाइट में फल वा सब्ज़ी शामिल करें
– जंक फ़ूड का सेवन ना करें
– धूम्रपान वा नशे को छोड़ें
Depression ka treament
अगर आप दवाई की सोच रहे हैं तो पहले ये वीडियो देखें।
प्यार
आज कल social media और social status के दबाव में हर कोई इस बीमारी की तरफ जा रहा है।
इस से बचने का एक ही तरीका है समाज की नहीं अपने लोगों की चिंता करें। समाज के डर से ना जियें अपने लोगों के लिए काम करें।
देखभाल करें, बातचीत करें , समय बिताएं। मोबाइल पे गेम खेलने की जगह नार्मल गेम खेलें पिठू , छुपन छुपाई , खो खो। बात करें trust जीतें
कोई दुःख तकलीफ हो तो हमें याद करें और भरोसा रखें हम पूरी कोशिश करेंगे आप की समस्या को हल करने का
वैसे तो किसी पे कमेंट पास करना ठीक बात नहीं होती पर आप यहां कमेंट बॉक्स में कमेंट कर सकते हैं।