कोरोना वायरस अभी गया नहीं है और मौसम भी बदल रहा है ऐसे मौसम में फ्लू होने का खतरा ज्यादा होता है |
इस मौसम में लोगो के प्रतिरोधक क्षमता कम हो जाती है | इसलिय जल्दी सर्दी, खांसी ,जुकाम और फ्लू हो सकता है | इस मौसम में ज्यादा बच्चे और बुर्जग बीमार होते है इसलिय उन का ज्यादा ध्यान रखना जरुरी है |
इसलिय आप को अपनी डाइट में कुछ बदलबा करने होंगे जिस से की वायरस इंफेक्शन न हो |
आइए जानते है की फ्लू क्या है और फ्लू में क्या खाना चाहिए ?
फ्लू क्या है ( What is flu) ?
कोल्ड और फ्लू एक साधारण बीमारी है जो मौसम के बदलने पर ज्यादा होती है यह बॉडी के रेस्पिरेटरी सिस्टम(respiratory system) को प्रभावित करती है |
यह फेफड़ों को ज्यादा प्रभावित करता है ,फ्लू से गले में खराश, खांसी, छींक और बुखार होता है जो दो से तीन दिनों तक घटता-बढ़ता रहता है |
आमतौर पर फ्लू होने पर बॉडी में थकान और कमजोरी महसूस होती है | यह एक इंसान से दूसरे में आराम से फैलता है |
फ्लू के लक्षण (Flu symptoms)
फ्लू के लक्षण हर व्यक्ति में अलग-अलग हो सकते है , और ये लक्षण हल्के से लेकर गंभीर तक हो सकते हैं |
- गले में खराश होना (Sore throat)
- तेज बुखार आना (High Fever)
- ठंड लगना और पसीना आना (Cold sweats and shivers)
- पीठ, बाहों और पैरों की मांसपेशियों में दर्द होना (Body ache)
- सिरदर्द (Headache)
- लगातार सूखी खांसी आना (Dry, Persistent Cough)
- थकान और कमजोरी (Extreme Tiredness)
- बंद या बहती नाक (Stuffy or Runny nose)
- छींक आना (Sneezing)
- भूख में कमी
- दस्त या पेट दर्द (stomach pain)
- सोने में कठिनाई (Difficulty sleeping)
- मतली (उबकाई) और उलटी
- यदि आप को इन में से कोई लक्षण दिखे तो आप अपने डॉक्टर से परामर्श लें |
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फ्लू (Flu) होने का क्या कारण है ?
यह मौसमी वायरस है जो मौसम के बदलने पर होता है | विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के अनुसार, सीजनल इन्फ्लूएंजा(seasonal influenza) होने के तीन सबसे मुख्य वायरस (ए, बी, और सी) हैं |
टाइप ए इन्फ्लुएंजा वायरस सबसे खतरनाक माना जाता है | यह ऐसा संक्रमण है जो एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में फैलता है यह खांसी या छींक की बूंदों में हवा के माध्यम से यात्रा करते हैं |
इसलिय जब भी मौसम बदल रहा हो तो आप को अपना ध्यानरखना होगा और सब से ज्यादा ध्यानआप को अपने बच्चो और बुर्जगो का रखना होगा |
फ्लू से बचाव के उपाय
- संक्रमण से बचने के लिए आप अपने हाथको बार बार धोये | आप सैनिटाइजर का प्रयोग करे
- छींक या खांसी आने पर अपने मुंह और नाक को ढक कर रखे |
- फ्लू में भीड़ वाली जगहों पर न जाएं |
- इस्तेमाल किए गए टिशु को कूड़ेदान में डालें और बाद में अच्छी तरह से अपने हाथ धो लें
- अक्सर स्पर्श की जाने वाली सतहों जैसे कि विशेष रूप से दरवाज़े के हैंडल,हैंडरेल और नल को नियमित रूप से साफ और कीटाणुरहित करें |
- जो लोग सर्दी या फ्लू से ग्रस्त हैं उनके निकट जाने से बचें |
- पौष्टिक भोजन करे
फ्लू के इलाज के लिए क्या करें
आप घर पर फ्लू का इलाज कर सकते है लेकिन अगर 2 -3 दिन में ठीक न हो तो आप को डॉक्टर से परामर्श लेना चाहिए |
- लहसुन का सेवन करे
- भाप लें
- खुद को हाइड्रेटेड रखें, खूब पानी पिया |
- अपने हाथों को साफ रखे |
- विटामिन-सी से भरपूर उत्पादों का सेवन करें |
- आराम करें |
- अदरक,काली मिर्च ,तुलसी की चाय पिया ये फ्लू में बहुत मदद करती है |
- नारियल पानी पिएं |
- कच्चे फल और सब्जियों का सेवन करें |
- पानी को गर्म कर के उस में नमक डाल कर उस से अपना गरारे करें |
- अगर गले में दर्द हो रहा है तो दालचीनी के तेल, पुदीने के तेल आदि से अपने गले की मालिश करें |